Majhi Ladki Bahin Yojana: इस योजना के तहत महाराष्ट्र की पात्र महिलाओं को हर महीने ₹1,500 की सीधी आर्थिक सहायता (DBT) दी जाती है—जो घरेलू खर्च, बच्चों की पढ़ाई या स्वास्थ्य जरूरतों में काम आती है। इसका उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है।
सरकार की कोशिश है कि रक्षाबंधन से पहले सभी बहनों को यह आर्थिक सहायता मिल जाए ताकि त्योहार की खुशी और आत्मनिर्भरता दोनों साथ मिल सकें। इस योजना की शुरुआत महाराष्ट्र सरकार ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए की थी। योजना के तहत राज्य की लगभग 2.41 करोड़ महिलाओं को हर महीने ₹1500 की सहायता राशि दी जाती है
क्या है योजना का मकसद? ‘मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना’ अगस्त 2024 में शुरू की गई थी। इस योजना के तहत महाराष्ट्र की 21 से 65 वर्ष की उम्र की पात्र महिलाओं को हर महीने 1,500 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। यह अमाउंट सीधे आधार से जुड़े बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है।
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योजना का उद्देश्य – महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना
Majhi Ladki Bahin Yojana: इस योजना की शुरुआत महाराष्ट्र सरकार ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए की थी। योजना के तहत राज्य की लगभग 2.41 करोड़ महिलाओं को हर महीने ₹1500 की सहायता राशि दी जाती है। यह केवल एक वित्तीय मदद नहीं, बल्कि महिलाओं को अपने पैरों पर खड़ा होने का अवसर देने वाली एक बड़ी पहल है।
अब तक 12 किस्तें जारी हो चुकी हैं
Majhi Ladki Bahin Yojana माझी लाडकी बहीण योजना के तहत अब तक 12 किस्तों का वितरण किया जा चुका है। पिछली यानी 12वीं किस्त जुलाई 2025 के पहले सप्ताह में दी गई थी। कई महिलाएं, जैसे नासिक की वंदना पाटिल, इस योजना को अपने जीवन में बदलाव लाने वाली बताते हुए कहती हैं कि अब उन्हें घरेलू खर्चों के लिए किसी पर निर्भर नहीं रहना पड़ता।
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कब मिलेगी 13वीं किस्त?
- 12वीं किस्त जुलाई में मिली और अब १३वीं किस्त भी जल्द ही देय है।
- 24 जुलाई 2025 से या अगस्त की प्रथम सप्ताह में खातों में ₹1,500 जारी होने की संभावना जताई जा रही है।
- कई बार सरकार दोनों किस्तें (12वीं + 13वीं) एक साथ भेजती है—जिसका भुगतान ₹3,000 के रूप में हो सकता है।
पात्रता मापदंड (Eligibility Criteria)
- महिला को महाराष्ट्र में स्थायी निवासी होना चाहिए।
- आयु सीमा: 21–65 वर्ष
- परिवार की वार्षिक आय ₹2.5 लाख से अधिक नहीं।
- परिवार में कोई आयकरदाता, सरकारी कर्मचारी या पेंशनर नहीं होना चाहिए।
- परिवार के नाम पर कोई चार‑पहिया वाहन नहीं, ट्रैक्टर अप्रभावित।
- लाभार्थी का बैंक खाता DBT से लिंक होना आवश्यक है।
वितरण प्रक्रिया और पहचान
- १३वीं किस्त में दो चरणों में भुगतान किया जा सकता है:
- पहले “प्राथमिकता सूची” की महिलाओं को
- उसके बाद बाकी पात्र महिलाओं को
- सरकार आयकर विभाग (CBDT) और जिलों के माध्यम से फर्जी लाभार्थियों की पहचान कर रही है।
- लगभग 26.3 लाख नाम फिलहाल हटाए जा चुके हैं।
- कई पुरुष लाभार्थियों और अपात्र आवेदनकर्ता चिन्हित कर संतुलन बहाल किया जा रहा है।
लाभार्थी सूची और स्टेटस कैसे चेक करें?
वेबसाइट / पोर्टल विधि:
- विजिट करें: ladkibahin.maharashtra.gov.in
- “लाभार्थी लॉगिन” में मोबाइल नंबर, पासवर्ड, कैप्चा से लॉगिन करें।
- “Payment Status” या “Application Status” विकल्प चुनें—यहां किस्त की स्थिति पता हो सकती है।
कहां करें शिकायत या जानकारी चेक?
जिन महिलाओं को अप्रैल या मई की राशि नहीं मिली है, वे योजना की आधिकारिक वेबसाइट ladakibahin.maharashtra.gov.in पर जाकर अपने एप्लिकेशन के स्टेटस को चेक कर सकते हैं। इस योजना को राज्य सरकार की एक बड़ी पहल माना जा रहा है, जिसने विधानसभा चुनाव में भी अहम भूमिका निभाई। हालांकि, इस योजना से राज्य के खजाने पर भी भारी बोझ पड़ा है—यह बात खुद महायुति के नेताओं ने मानी है।
वैकल्पिक विकल्प:
- Nari Shakti Doot App से लाभार्थी नाम या भुगतान स्टेटस चेक किया जा सकता है।
- CSC केंद्र पर जाकर ऑफलाइन जांच भी संभव है।
चूक गई किस्त? अब क्या?
- यदि किसी महिला को मई‑जून महीनों की किस्त नहीं मिली, तो जुलाई में ₹3,000 या ₹4,500 मिल सकते हैं (दो किस्तें या तीन किस्तें एक साथ)।
योजना का व्यापक प्रभाव और स्थिति
- लगभग 2.47–2.52 करोड़ महिलाएं इस योजना का लाभ उठा रही हैं।
- कुल ₹46,000–₹48,000 करोड़ से अधिक राशि खर्च की गई; वित्तीय दबाव के चलते अब कुछ दूसरी योजनाओं को रोकना पड़ा है। (The Times of India, The Times of India)
- सरकार का लक्ष्य है कि सभी पात्र महिलाओं को रक्षाबंधन तक भुगतान हो जाए।
निष्कर्ष एवं सुझाव
- यदि आपकी पात्रता पूरी है, तो जल्दी से अपना स्टेटस चेक करें और सुनिश्चित करें कि बैंक खाता DBT‑enabled है।
- लाभार्थी सूची में नाम होना जरूरी है—एनओ (Nodal Officer) या जिला अधिकारी से जांच कराएं यदि कोई त्रुटि हो।
- योजना से जुड़े फर्जी लाभार्थियों की पहचान चल रही है, इसलिए सत्य जानकारी बनी रहे यह महत्वपूर्ण है।